धोखाधड़ी और जमीनों से जुड़े विवाद के इंदौर में 2300 तो भोपाल में 1500 से ज्यादा मामले सामने आए

जबलपुर-ग्वालियर में भी भू-माफियाओं पर कार्रवाई के लिए बनेगा एक्शन प्लान


 

राहुल शर्मा |  भोपाल . भू-माफियाओं और सहकारी समितियों में हुए फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करने के लिए सरकार हाउसिंग सोसायटी सेल गठित करने जा रही है। इसमें मुख्य रूप से भोपाल और इंदौर पर फोकस किया जाएगा, क्योंकि इन दोनों शहरों में जमीन से जुड़ी धोखाधड़ी के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। सहकारिता विभाग की रिपोर्ट में इंदौर में 2300 और भोपाल में 1500 से ज्यादा मामले जमीन के विवाद के हैं, जो हाल ही के हैं।


इसके अलावा जबलपुर और ग्वालियर में भी भू-माफियाओं पर कार्रवाई के लिए एक्शन प्लान बनेगा। सहकारिता विभाग चारों बड़े शहरों की गृह निर्माण सहकारी समितियों में से ऐसी समितियों को चिह्नित करेगा, जहां सबसे ज्यादा शिकायतें हैं। शिकायतों काे वर्गीकृत किया जाएगा कि किस सोसायटी में कितना गबन हुआ और किस तरह से सदस्यों के साथ धोखाधड़ी की गई। इसके लिए विभाग के अपर आयुक्त की अध्यक्षता में हाउसिंग सोसायटी सेल गठित की जाएगी।


चिह्नित की जाएंगी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर की गृह निर्माण समितियां


विभाग के अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर शिकायतें ऐसी मिलती हैं कि सहकारी सोसायटी का संचालन कोई एक व्यक्ति द्वारा सहकारिता के नाम से किया जाता है। इसके बाद सोसायटी का कोई रिकॉर्ड नहीं दिया जाता। इस तरह के संगठित अपराध करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए प्रथम चरण में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में ऐसी गृह निर्माण समितियों को चिह्नित किया जाना है। संबंधित अधिकारियों को जांच की समय सीमा निर्धारित कर पंजीयक द्वारा सहकारी अधिनियम के अंतर्गत करवाना हाेगी।


बिल्डर्स पर भी नजर, खत्म करेंगे प्रावधान
गृह निर्माण समितियों द्वारा निजी निजी बिल्डर से भूमि के विकास के लिए एग्रीमेंट किया जाता है। यह प्रावधान भी रखा जाता है कि बिल्डर ही प्लॉट का विक्रय कर दे। इस तरह की सोसायटियों द्वारा किए गए प्रावधान को रजिस्ट्रार तुरंत खत्म करेंगे। कॉलोनियों में सामूहिक उद्देश्य के कार्यों की निगरानी के लिए रखरखाव समिति गठित होगी। गृह विभाग को भी प्रथम चरण में भोपाल और इंदौर जिले के लिए एक-एक अभियोजन अधिकारी की सेवा सहकारिता विभाग को देना होगी। एक से अधिक अधिकारी होंगे: एक्शन प्लान की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि भोपाल और इंदौर के लिए चिह्नित समितियों की जांच के लिए एक से अधिक अधिकारियों को आदेश के लिए अधिकृत किया जाए।


भूमाफिया घनश्याम पर 20 हजार का इनाम घोषित
भू-माफिया घनश्याम राजपूत के खिलाफ डीआईजी इरशाद वली ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। घनश्याम के खिलाफ कोलार इलाके की आकांक्षा गृह निर्माण समिति की जमीन पर कब्जा करने का केस कोलार थाने में दर्ज है। वहीं, चूनाभट्टी पुलिस ने उसे घर में घुसकर अड़ीबाजी करने का आरोपी भी बनाया है। इन दोनों ही मामलों में पुलिस को उसकी तलाश है।


जांच का समय तय करने के साथ ही शिकायतों की लगातार समीक्षा होगी
 सोसायटियों की धोखाधड़ी रोकने और शिकायतों की जांच के लिए हाउसिंग सोसायटी सेल गठित की जा रही है। जांच की समय सीमा भी तय होगी और शिकायतों की लगातार समीक्षा होगी। विभाग ने इसके लिए एक्शन प्लान तैयार किया है। बड़े शहरों पर विशेष फोकस रहेगा।  - अजीत केसरी, प्रमुख सचिव, सहकारिता विभाग


दुकान-मकान समेत निर्माणाधीन अवैध काॅलाेनियाें पर चला बुलडोजर


नगर निगम अाैर जिला प्रशासन की टीम का भूमाफिया के खिलाफ अभियान बुधवार काे भी जारी रहा। बुधवार को बरखेड़ा पठानी स्थित ऋषि ईस्ट सिटी में भूमाफिया विजय श्रीवास्तव की चार मंजिला बिल्डिंग गिरा दी गई। यहां अमले ने ईडब्ल्यूएस प्लाॅट पर बनाई गई बिल्डिंग के दाे फ्लाेर अाैर चार दुकानें गिराईं। कार्रवाई रुकवाने के लिए श्रीवास्तव समेत दूसरे लाेगाें ने भी प्रयास किए, लेकिन अमले ने करीब छह घंटे में अवैध निर्माण ढहा दिया। श्रीवास्तव ने दाे ईडब्ल्यूएस प्लाॅट जाेड़कर यह बिल्डिंग बनाई थी। चूंकि, दाेनाें प्लाॅट मैन राेड से लगे हुए थे, एेसे में श्रीवास्तव ने दाेनाें अाेर छह-छह मीटर अवैध निर्माण कर लिया था। यही नहीं, श्रीवास्तव ने सिर्फ दो मंजिला बिल्डिंग के निर्माण की अनुमति नगर निगम से ली थी, इसके बावजूद यहां चार मंजिला बिल्डिंग का निर्माण किया था। 



खानूगांव में बदमाश रहीस रेडियाे का निर्माण भी ढहाया
अमले ने खानूगांव स्थित बदमाश रहीस रेडियाे का एक हजार वर्गफीट पर किया गया अवैध निर्माण ढहा दिया। इससे पहले डीअाईजी बंगला स्थित रेडियाे के अवैध निर्माण काे गिराया था।


खेत में काट दी कॉलोनियां 
भूमाफिया ने हुजूर तहसील के परेवाखेड़ा, इमलिया और घाटखेड़ी में खेती की जमीन पर ही काॅलाेनियां काटकर प्लॉट बेच दिए। अवैध रूप से विकसित की जा रही इन कॉलोनियों पर भी अमले ने कार्रवाई की। शाहीन अाशिफ ने परेवाखेड़ा में 1.19 हेक्टेयर पर, गाेमती बाई ने घाटखेड़ी में 0.400 हेक्टेयर पर काॅलाेनी विकसित की जा रही थी। इमलिया में 1.25 हेक्टेयर पर अंकुश यादव की अवैध काॅलाेनी के साथ ही रवि पाल अाैर हरचंद गाैर के यहां भी कार्रवाई करते हुए पक्के निर्माण गिराए गए।